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मेक इन इंडिया 2023  make in india 2023 :- पिछले कुछ वर्षों से नीति निर्माता इस विषय पर चर्चा कर रहे हैं कि भारत को विनिर्माण( मैन्युफैक्चरिंग) को कैसे तारीफ करें भारत को एक ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब कैसे बनाया जाए लेकिन नरेंद्र मोदी ने यह काम कर दिखाया और कुछ ही महीने में उन्होंने मेक इन इंडिया अभियान को शुरू कर दिया जिसका उद्देश्य है नव प्रयोग को बढ़ावा देना व कौशल विकास में वृद्धि करना तथा बुद्धि का संपदा को शिक्षा देना ,निवेश को सुविधाजनक बनाना तथा सर्वोत्तम श्रेणी का मैन्युफैक्चरिंग  इंफ्रास्ट्रक्चर निर्मित करना मेक इन इंडिया अभियान चार स्तंभों पर आधारित हैं

मेक इन इंडिया अभियान को शुरू करने के लिए मेक इन इंडिया यानी “भारत में बनाओ नीति “|

जिससे न केवल मैन्युफैक्चरिंग में बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी बढ़ोतरी होगी 

मेक इन इंडिया 2023
मेक इन इंडिया 2023

Table of Contents

मेक इन इंडिया उद्देश्य- Make In India 2023 Objective :-

 मेक इन इंडिया पहल की शुरुआत 25 सितंबर 2014 को देशव्यापी स्तर पर विनिर्माण क्षेत्र के विकास के उद्देश्य से की गई दरअसल औद्योगिक क्रांति ने इस संदर्भ में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और संपूर्ण विश्व को यह दिखाया कि यदि किसी देश का विनिर्माण क्षेत्र मजबूत हो तो वह किसी प्रकार का उच्च आय वाला देश बन सकता है चीन इस तथ्य का अच्छा उदाहरण हैइस पहल से भारत को एक वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया था इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सरकार ने मुख्य तीन उद्देश्य निर्धारित किए थे अर्थव्यवस्था में विनिर्माण क्षेत्र की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए इसकी विकास दर को 12 से 14 % प्रति वर्ष तक बढ़ाना |

मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के स्तंभ कौन से हैं

 मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट को चार स्तंभों में विभाजित किया है यह चार स्तंभ इस प्रकार हैं

  1.  नई प्रक्रिया
  2.  नई सोच
  3.  नए क्षेत्र 
  4.  नए  अवसंरचना

1.नई प्रक्रिया:-

इस प्रोजेक्ट में उद्यमिता( नए संगठन आरंभ करने की भावना) को बढ़ावा देने के लिए अकेले कारक के रूप में सबसे महत्वपूर्ण कारोबार को पहचान प्राप्त कराई जाएगी 

इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसी भी कारोबार को आसान एवं सरल बनाना है

 इस योजना के अंतर्गत नई प्रक्रिया का उद्देश्य यह है कि किसी कारोबार या बिजनेस के संपूर्ण जीवन चक्र को लाइसेंस मुक्त और विनियमन मुक्त कर दिया जाए

2.नई सोच:

 इस योजना का उद्देश्य देश की कमजोर आर्थिक अवस्था की स्थिति में परिवर्तन लाना है इस प्रोजेक्ट के माध्यम से उन्हीं लोगों को रोजगार प्राप्त कराया जाएगा जो कि भारत की नई नई व्यवस्थाओं को नए दृष्टिकोण से देखते हैं

3.नए क्षेत्र:-

इस योजना के अनुसार मैन्युफैक्चरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में विशेष रूप से परिवर्तन किया जाए इसके माध्यम से भारत के बेरोजगार लोगों को रोजगार प्रदान किया जाएगा इन नए क्षेत्रों में लगभग 25 कारोबार को चुना गया है और वर्तमान समय में रक्षा उत्पादन, रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर और निर्माण के क्षेत्रों में भारी पैमाने पर एफडीआई (FDI) कर दी गई है

4.नए अवसंरचना:-

 हमारे देश में उद्योगों की वृद्धि की बहुत ही आवश्यकता है सरकार का भी ऐसा मानना है कि मॉडल हाई स्पीड संचार और लॉजिस्टिक व्यवस्था के साथ यदि आधुनिक टेक्नोलॉजी के आधार पर इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराया जाए तो औद्योगिकरण और स्मार्ट सीरीज काफी ज्यादा विकसित हो जाएंगे और आने वाले समय में इनका उपयोग काफी होगा त्रिविता से हो रही रजिस्ट्रेशन प्रणाली के माध्यम से नव प्रयोग और अनुसंधान कार्यालयों को समर्थन प्रदान किया जाएगा 

  मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट क्या है

 मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के माध्यम से विदेशी वह घरेलू दोनों प्रकार के निवेशकों को एक अनुकूल  माहौल प्रदान किया जाएगा इस योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा भारत में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए चलाया गया देश की इकोनॉमीका विकास करने के लिए 25 सितंबर 2014 को इस प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया गया इस योजना के माध्यम से भारत के महत्वपूर्ण निवेश को एवं निर्माण संरचना को वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित किया जाएगा भारत में 125 करोड़ से अधिक आबादी है अतः इस आबादी को मजबूत निर्माण केंद्र के रूप में परिवर्तित किया जाएगा और लोगों के लिए रोजगार के अवसर प्रदान किया जाएगा यह अभियान एक सराहनीय नई पहल है

 मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट का लक्ष्य

  •  वर्ष 2022 तक संपूर्ण भारत में घरेलू उत्पादन के रूप में भी निर्माण की हिस्सेदारी को लगभग 16 से 25% तक की वृद्धि करना
  •  बहुत ही कम समय में  निर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर को लगभग 15% तक की वृद्धि प्रदान करना
  •  भारतीय मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के रूप में स्थापित करना
  •  पर्यावरण के विकास के संबंध में स्थिरता सुनिश्चित करना
  •  देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत व मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र को ऊंचाई पर ले जाना 

मेक इन इंडिया का लोगो 2023 | Make In India Logo 2023 ?

 मेक इन इंडिया का लोगो एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी द्वारा तैयार किया गया था इस लोगों के द्वारा पार्थ को मैन्युफैक्चरिंग हब के तौर पर दर्शाया गया मैन्युफैक्चरिंग हब का मतलब है कि जितनी भी चीजें उद्योगों में तैयार की जाती है वह सारी की सारी भारत में ही निर्माण की जाएगी भारत के बुनियादी ढांचे को इस तरह से विस्तृत किया जाएगा कि अंतरराष्ट्रीय कंपनियों पर निर्भर होने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी भारत एक मैन्युफैक्चरिंग हब है यह दर्शाने के लिए मेक इन इंडिया प्रोग्राम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चुनौतियां मिलने के बावजूद खड़ा किया गया है

 

All You Need To Know About 'Make In India' - iPleaders

मेक इन इंडिया के अंतर्गत कौन से कारोबार- (MII) New Business 2023:-

 मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के अंतर्गत बहुत से कारोबार को शामिल किया गया है जिनमें से कुछ के नाम  हमने नीचे निम्न अनुसार दर्शाए हैं

  1.  ऑटो  कॉम्पोनेंट
  2.  ऑटोमोबाइल
  3.  रक्षा उत्पादन
  4.  विद्युत मशीनरी
  5.  इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइन
  6.  खाद्य प्रसंस्करण
  7.  आईटी
  8.  विमान 
  9.  जैव प्रौद्योगिकी
  10.  मीडिया
  11.  मनोरंजन सेक्टर
  12.  खदान
  13.  फार्मा
  14.  गैस
  15.  बंदरगाह और शिपिंग
  16.  तेल
  17.  नवीकरणीय ऊर्जा
  18.  वस्त्र उद्योग और परिधान
  19.  अंतरिक्ष
  20.  थर्मल पावर
  21.  राजमार्ग एवं सड़क मार्ग
  22.  पर्यटन स्थल
  23.  चमड़ा उद्योग 
  24. मीडिया सेक्टर
  25.  बीपीएम(BPM

 Make in india Key Points

Make in India Key Points

Name of the Scheme

Make in India

Objective

Boost the domestic manufacturing industry

Start Date

25-Sep-15

Website

www.makeinindia.com

Launched By

PM Narender Modi

Number of Sector Involved

25

मेक इन इंडिया अभियान का मूल्यांकन किस आधार पर किया  जा रहा है

 इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत विनिर्माण के कार्य के आधार पर तीन वर्गों में बांटा गया है

  1. निवेश

2.उत्पादन

  1. रोजगार

निवेश :-

 हमारे देश की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ वर्षों में निवेश की दृष्टिकोण से काफी कम रही है देश की GDP (Gross Domestic Product) और भी ज्यादा खराब हो जाती है जब हम भी विनिर्माण के क्षेत्र में पूंजी निवेश करने का विचार करते हैं या फिर पूंजी निवेश कर देते हैं

 वर्ष 2018-19 में हुए आर्थिक सर्वेक्षण के आधार पर अर्थव्यवस्था में कुल निवेश का शक्ल स्थाई पूंजी निर्माण वर्ष 2013-14 में हुए आर्थिक सर्वेक्षण का 31.3% थायह GDP 2017-18 में और अधिक कट गई और  कट करके 24.2% ही रह गईस्थिति को ध्यान में रखते हुए इस प्रोजेक्ट के मूल्यांकन में सबसे प्रथम स्थान निवेश को दिया गया है

 उत्पाद :-

 मैन्युफैक्चरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में उत्पादन में होने वाले परिवर्तन का सबसे बड़ा सूचक औद्योगिक उत्पाद   सूचकांक (IIP) है| यदि हम वर्ष 2012 से 2019 के मध्य की  औद्योगिक उत्पादन सूचकांक की सूची के आंखों पर ध्यान दें तो हमें जानकारी मिलेगी कि इस दौरान दो ही बार डबल डिजिट ग्रोथ हुआ है परंतु किसी के विपरीत प्रत्येक महीने में 2 से 3% कमी भी आई है इस प्रोजेक्ट को उत्पादन के दर को भी ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है

रोजगार :-

 मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट को शुरू करने का उद्देश्य और मुख्य मूल्यांकन रोजगार है इस प्रोजेक्ट के माध्यम से 2022 तक  देश में लगभग 10 मिलियन योग्य युवा वर्ग को रोजगार के अवसर प्रदान कराए जाएंगे शिक्षित युवाओं के मामले में बेरोजगारी की दर बहुत ही गिरी हुई है जो कि  यह प्रदर्शित करती है कि वर्ष 2019 में युवा की स्थिति स्नातक के लिए बहुत ही ज्यादा खराब थी

 

Make In India | Prime Minister of India

मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के लाभ :- Make in india 2023 Benefits ?

  •  इस प्रोजेक्ट के माध्यम से भारत को आत्मनिर्भर बनाने की प्रक्रिया और अधिक प्रबल हो गई है
  •  भारत में मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के आ जाने से बेरोजगारी को दूर करने के लिए विशेष रूप से काम किया है तथा मैन्युफैक्चरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को काफी ज्यादा सहायता प्राप्त हुई
  •  इस प्रोजेक्ट के कारण वर्ष 2022 तक देश की अच्छी प्रोग्रेस प्राप्त कर पाएगा भारत में लगभग 25 प्रोजेक्ट क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जाएगा
  • इस प्रोजेक्ट के कारण 2022 में देश के अधिक युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा तथा बेरोजगारी को कम किया जाएगा 

इन इंडिया प्रोजेक्ट से विदेशी कंपनी को क्या नुकसान ?

  •  इस प्रोजेक्ट को भारत में शुरू कर देने का है विदेशी कंपनियों के प्रोडक्ट  भारत में कम से कम बिकते हैं जिस कारण विदेशी कंपनियों को प्रोटेक्ट को नया भी करने पर बहुत बड़ा नुकसान पहुंचता है हमारे भारतवर्ष में इस प्रोजेक्ट के पहले कभी भी इन बातों पर ध्यान नहीं दिया जाता था परंतु जब से मैन फैक्चरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर इस योजना के माध्यम से ध्यान दिया जा रहा है तबसे बेरोजगारी की दर कम हुई है इसके साथ भारत की GDP में वृद्धि हुई है
  •  मार्च में मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट को काफी सराहनीय प्रोजेक्ट खा जा रहा है यह सरकार की बहुत अच्छी पहल है योजना से वर्ष 2020 में कोविड-19 काल के कारण विदेशी  प्रोडक्ट भारत में आने बंद हो गए हैं

मेक इन इंडिया 2023 की अपडेट एवं जानकारी

 मेक इन इंडिया की जानकारी उसके प्रावधान एवं उसके आने वाली अपडेट के बारे में जानने के लिए आधिकारिक वेबसाइट बनाई गई है

www.makeinindia.com

 इस लिंक पर जाकर आप किसी प्रकार की जानकारी मेक इन इंडिया के तहत आने वाले ने योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं 

 

निष्कर्ष :-

 हमें आशा है कि हमारे द्वारा लिखा गया मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट क्या है लेख अवश्य आपको पसंद आया होगा यदि हां तो कृपया अपने आप हमारे द्वारा लिखे गए इसलिए को अवश्य शेयर करें ताकि आपके मित्र जनों को इस प्रोजेक्ट के विषय में जानकारी प्राप्त हो सके यदि आपके मन में इस लेख को लेकर किसी भी प्रकार का सवालिया सुझाव है तो हमें कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं और केंद्र सरकार की और भी नहीं योजनाओं के बारे में जानने के लिए हमारी वेबसाइट(Neeraj Swami) पर जरूर विजिट करें|

Make in india {FAQ}:- अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न :-

1. मेक इन इंडिया योजना क्या है ?

 मेक इन इंडिया मुख्यता निर्माण क्षेत्र पर केंद्रित है इसका उद्देश्य देश में निवेश के लिए अनुकूल   माहौल बनाना आधुनिक और कुशल बुनियादी संरचना, विदेशी निवेश के लिए नए क्षेत्रों को खोलना वह सरकार एवं उद्योगों के बीच एक साझेदारी का निर्माण करना

2. मेक इन इंडिया का नारा किसने दिया था ?

“शून्य दोष शून्य प्रभाव” कानाराम भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मेक इन इंडिया पहल का मार्गदर्शन करने के लिए गढ़ा गया था जो बिना किसी प्रतिकूल पर्यावरणीय और पारिस्थितिक प्रभाव वाले उत्पादों का उत्पादन करता है

3.मेक इन इंडिया की शुरुआत कब और किसने की ?

 इस पहल को औपचारिक रूप से 25 नंबर 2014 को श्री नरेंद्र मोदी द्वारा विज्ञान भवन नई दिल्ली में भारत के व्यापारिक दिग्गजों की उपस्थिति में शुरू किया गया था मेक इन इंडिया कार्यक्रम का फोकस 25 सेक्टरो पर है

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