What Is Perpetual Bond Meaning In Hindi
स्टॉक मार्किट में निवेश करने के लिए सैकड़ो प्रोडक्ट होते है। इतने सारे निवेश विकल्पों में किस जगह पर निवेश किया जाये इसका चयन करना काफ़ी कठिन होता है। हालांकि आम तौर पर सभी निवेशक बाजार से रिटर्न की उम्मीद और जोख़िम लेने की क्षमता के आधार पर कहां निवेश करना है उसका चयन करते है। और इसी कड़ी में आज मैं आपको Perpetual Bond के बारे में बताऊंगा क्योंकि यह भी निवेश का एक अच्छा विकल्प माना जाता है।
परपेचुअल बॉन्ड क्या है - Perpetual Bond In Hindi: Perpetual Bond को AT1 बॉन्ड या टियर 1 बॉन्ड के नाम से भी जाना जाता है। इन बांड्स में निवेशकों से एक बार पैसा लिया जाता है और उसके बाद उन्हें सिर्फ ब्याज का भुगतान किया जाता है। इन बांड्स को खरीदने वाले निवेशकों को मूलधन वापिस नहीं दिया जाता है लेकिन जरुरत पड़ने पर निवेशक इन बांड्स को ओपन मार्किट में बेच सकते है। इन बांड्स की Maturity Date नहीं होती है इसलिए ये कभी - भी Expire नहीं होते है।
Perpetual Bonds को RBI रेगुलेट करता है यह बांड्स बैंक, बड़ी कंपनियों द्वारा जारी किये जाते है। इन्हें जारी करने का मुख्य उद्देश्य Long Term के लिए पूंजी की व्यस्था करना होता है। ये कभी न Expire होने वाले स्थायी बॉन्ड होते है। इनमें ब्याज दर गैर - स्थायी बांड्स से ज्यादा होती है।
निवेशक ने इन बांड्स को जहाँ से ख़रीदा है वहां पर उसे वापिस नहीं कर सकते है लेकिन जारी करने वाले बैंक और कंपनियों के पास अधिकार होता है की वे चाहे तो इन बांड्स को वापिस बुला सकते है और बदले में निवेशकों को उनका मूलधन लौटाया जा सकता है।
Perpetual Bond को लम्बी अवधि की निवेश के लिए सही माना जाता है। ज्यादातर Perpetual Bond स्टॉक एक्सचेंज पर भी लिस्टेड होते है आप वहां से भी इन्हें खरीद बेच सकते है। इन बांड्स में निवेश का मुख्य रिस्क लिक्विडिटी, महंगाई दर और ब्याज दर में परिवर्तन आना होता है। इन बांड्स में निवेश करने से पहले पूरी रिसर्च करें और अपने निवेश सलाहकार से सलाह जरूर लें।
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