पोजीशन ट्रेडिंग क्या है What Is Position Trading In Hindi
- Positional Trading क्या है ?
- पोज़िशनल ट्रेडिंग कैसे शुरू करे ?
- Positional Trading Strategy In Hindi
- Positional Trading Tips In Hindi (Risk And Benefits)
पोजीशन ट्रेडिंग क्या है - What Is Positional Trading In Hindi
Positional Trading क्या है: Positional Trading Kya Hai
Positional Trading स्टॉक मार्किट की एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी है जिसमें शेयर्स को लम्बे समय तक होल्ड किया जाता है इसके अंदर किसी शेयर को कुछ महीनों से लेकर 1 साल तक खरीदकर रखा जाता है और फिर उस Share को बेच कर Profit कमाया जाता है
आम तौर पर Positional Trading के लिए ख़रीदे गये Share को एक साल के अंदर बेच दिया जाता है इसमें Stock Price के अंदर जो लम्बा मूवमेंट आता है उसका फायदा उठाकर Profit कमाया जाता है इसे ही पोज़िशनल ट्रेडिंग कहते है
Positional Trading स्टॉक मार्किट की एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी है जिसमें शेयर्स को लम्बे समय तक होल्ड किया जाता है इसके अंदर किसी शेयर को कुछ महीनों से लेकर 1 साल तक खरीदकर रखा जाता है और फिर उस Share को बेच कर Profit कमाया जाता है
आम तौर पर Positional Trading के लिए ख़रीदे गये Share को एक साल के अंदर बेच दिया जाता है इसमें Stock Price के अंदर जो लम्बा मूवमेंट आता है उसका फायदा उठाकर Profit कमाया जाता है इसे ही पोज़िशनल ट्रेडिंग कहते है
उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जिसकी वर्तमान कीमत 100 रुपये है आपने उस कंपनी का फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस किया और आपको लगा की ये शेयर आने वाले 6 से 8 महीनों के अंदर 120 रुपये तक जा सकता है और शेयर Buy कर लिया और 8 महीने बाद बेच दिया इसे ही Positional Trading कहते है।
How To Start Positional Trading In Indian Stock Market
How To Make Money From Positional Trading In India: पोज़िशन ट्रेडिंग करने के लिए किसी भी ब्रोकर के पास ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खुलवाना होता है Trading Account से शेयर ख़रीदे जाते है और ख़रीदे हुये शेयर को रखने के लिए Demat Account Compulsory होता है।
Position Trading करने के लिए बड़े कैपिटल की आवश्यकता होती है क्योंकि एक Position Trader पुरे साल 10 से कम ट्रेड ही करते है और Yearly Expected Return 25% से 30% के बीच में होता है अगर कोई ट्रेडर 10 लाख रुपये लेकर Stock Market में आता है तो पोजीशन ट्रेडिंग करके सालाना 2.5 से 3 लाख का Profit स्टॉक मार्किट से कमाया सकता है।
पोसिशनल ट्रेडिंग कैसे करे - Positional Trading Strategy In Hindi
SMA And EMA: जब कोई Share Price 50 Days, 100 Days या 200 Days के SMA (Simple Moving Average) या EMA (Exponential Moving Average) को तोड़ती है तो ऐसे shares को अपनी Watchlist में रखना चाहिए क्योंकि ऐसे Share में ट्रेड करने का मौका मिलता है और कोई शेयर 200 Days के Moving Average को ऊपर की तरफ तोड़े तो उसे Buy कर लेना चाहिए और जब नीचे की तरफ तोड़े तो Sell कर देना चाहिए।
Support And Resistance: सपोर्ट और रेसिस्टेंस ही किसी शेयर को Buy Low And Sell High में मदद करते है Uptrend की शुरुआत Resistance के ब्रेकआउट पर होती है और Downtrend की शुरुआत Support के ब्रेकडाउन पर होती है कोशिश यही करनी चाहिए की सपोर्ट पर ख़रीदे और रेसिस्टेंस पर बेच दे।
Stoploss: Position Trade को कुछ हफ्तों से कुछ महीनों तक होल्ड किया जाता है इसलिए इसमें बहुत Tight Stop loss नहीं लगाया जाता है बल्कि Swing Low की निचे स्टॉपलॉस लगाया जाता है जिससे मार्किट की वोलेटिलिटी की वजह से जल्दी से स्टॉपलॉस हिट नहीं होता है।
Positional Trading Tips In Hindi (Risk And Benefits)
Easy To Implement: स्टॉक मार्किट में मुख्य रूप से चार तरह की ट्रेडिंग स्टाइल होती है Scalping, Intraday, Swing और Positional Trading इन सभी ट्रेडिंग स्टाइल की तुलना करे तो Positional Trading को करना आसान है Position Trading में Simple Candlestick Chart और Moving Average का इस्तेमाल कर Share को कहां खरीदना है और कहां बेचना है पता लगाया जा सकता है।
Part Time Trading: Position Trading को पार्ट टाइम में भी किया जा सकता है क्योंकि इसमें कम ट्रेड करने होते है जिसकी वजह से शेयर का एनालिसिस कर ट्रेड प्लेस करने का पर्याप्त समय होता है। position Trading को पार्ट टाइम करके एक अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
Part Time Trading: Position Trading को पार्ट टाइम में भी किया जा सकता है क्योंकि इसमें कम ट्रेड करने होते है जिसकी वजह से शेयर का एनालिसिस कर ट्रेड प्लेस करने का पर्याप्त समय होता है। position Trading को पार्ट टाइम करके एक अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
Volatility: positional Trading के लिए ख़रीदे गये Stock में वोलेटिलिटी कम होती है और इंट्राडे वोलेटिलिटी की वजह से Positional Trading के Stoploss पर कोई फर्क नहीं पड़ता है
Overnight Position: पोसीशनल ट्रेडिंग का सबसे बड़ा नुक्सान यही है की इसमें ट्रेड को एक लम्बे समय के लिए होल्ड करना होता है जिसकी वजह से पूरी Capital Block हो जाती है Positional Trading में मार्जिन नहीं मिलता है।
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उम्मीद करता हु आपको समझ आया होगा की Positional Trading क्या है What Is Positional Trading In Hindi अगर अभी भी आपका कोई सवाल है Position Trading क्या है What Is Position Trading In Indian Stock Market - Positional Trading Meaning in Hindi से Related तो Comment Section में पूछ सकते है।
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